जब आप खड़े होते हैं तो आपके बैठे या लेटने वाली पोजीशन की तुलना में आपके हृदय को आपके शरीर में खून पंप करने के लिए अतिरिक्त मेहनत करनी पड़ती है. अचानक खड़े होने पर भी आपके शरीर के सिस्टम को झटका लगता है जिससे कुछ देर के लिए चक्कर आ सकते हैं. लेकिन कई बार इसके पीछे कई गंभीर बीमारियां होती हैं जिनका समय पर पता लगाकर इलाज करना जरूरी है.
अगर आपको भी खड़े-खड़े चक्कर आने लगते हैं या कई बार अचानक बेहोशी महसूस होती है लेकिन आपको इसके पीछे की वजह समझ नहीं आती तो इस खबर में हम आपको बताएंगे कि ऐसा क्यों होता है और इससे शरीर पर क्या प्रभाव पड़ सकता है. दरअसल अचानक खड़े-खड़े चक्कर ऑर्थोस्टेटिक और पोस्टोरल हाइपोटेंशन की वजह से आ सकते हैं जो ब्लड प्रेशर लो होने की एक स्थिति है. ऐसा कई बार आपके पोश्चर में बदलाव की वजह से भी हो सकता है.
हालांकि क्लिनिकस्पॉट्स होलिस्टिक हेल्थकेयर के मेडिकल हेड डॉ. हरिकिरन चेकुरी कहते हैं, ”कुछ सेकंड से अधिक समय तक चक्कर आना गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है. खड़े-खड़े चक्कर किसी को भी आ सकते हैं लेकिन 65 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में ये बेहद आम है क्योंकि उम्र के साथ ब्लड वेसल्स कमजोर होती जाती हैं. कमजोर ब्लड वेसल्स का मतलब है कि आपके मस्तिष्क की कोशिकाओं को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पा रही है और इस स्थिति में चक्कर और बेहोशी हो सकती है.”
यहां हम आपको खड़े-खड़े चक्कर आने के सात कारण बता रहे हैं, साथ ही आपको इसकी भी जानकारी देंगे कि किस स्थिति में आपको डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए.
- बहुत तेजी से खड़े होना
जब आप खड़े होते हैं तो आपके बैठे या लेटने वाली पोजीशन की तुलना में आपके हृदय को आपके शरीर में खून पंप करने के लिए अतिरिक्त मेहनत करनी पड़ती है. वास्तव में होमोस्टैसिस को बनाए रखने के लिए आपका ब्लड प्रेशर भी स्वाभाविक रूप से आपकी पोजीशन चेंज होने पर बदलता है. होमोस्टैसिस शरीर में संतुलन की एक स्थिति है जो आपके शरीर के सिस्टम्स को ठीक तरह से काम करने में सहायता करती है. जब आपका शरीर एक निश्चित स्थिति में काम कर रहा होता है तो अचानक स्थिति बदलने से आपके सिस्टम को झटका लग सकता है.
आपको सुनकर अजीब लगेगा कि लेकिन कई बार इस स्थिति में एक क्षण के लिए आपके दिमाग को ब्लड नहीं मिल पाता है और जब आप खड़े होते हैं तो आपका खून आपके शरीर के निचले हिस्से में जमा हो जाता है और इसे समायोजित होने में कुछ सेकंड यहां तक कि एक मिनट का समय भी लग सकता है. जब तक आपका रक्त आपके शरीर के बाकी हिस्सों में नहीं फ्लो होने लगाता तब तक आपके ब्लड प्रेशर में उतार-चढ़ाव होता रहता है जिसकी वजह से आपको चक्कर आते हैं.
अगर आपने तुरंत बिस्तर छोड़ा है तो आपको खड़े होने पर कुछ पल के लिए चक्कर आ सकते हैं क्योंकि यहां भी आपके शरीर को समायोजित होने में समय लगता है.
अगर आपको भी अक्सर खड़े होने पर चक्कर आते हैं तो ऐसी स्थिति में आप अपने शरीर को संतुलन बनाने के लिए कुछ पल का समय दें. किसी दीवार का सहारा लें या कहीं पर बैठ जाएं. आप अपने सिर और हाथों को भी ऊपर-नीचे कर सकती हैं ताकि ब्लड फ्लो सामान्य हो सके. इसके अलावा बेड से नीचे उतरने से पहले एक गिलास पीना पिएं ताकि आपके शरीर में फ्यूड्स का फ्लो अच्छा हो सके. आप कहीं बहुत देर तक खड़े होने से पहले भी कर सकते हैं. हालांकि पैरों में खून जमा होने और सूजन से बचने के लिए आप लंबे समय तक खड़े रहने से बचें.
2.गर्मी या डिहाइड्रेशन की स्थिति
अगर आप पर्याप्त पानी नहीं पीते हैं, खासकर जब बहुत गर्मी हो तो आपका शरीर भी गर्म हो जाता है. जब आपके आसपास के वातावरण का तापमान बढ़ता है तो आपका ब्लड प्रेशर भी स्वाभाविक रूप से कम हो जाता है जिससे आपको चक्कर आने लगते हैं. हाइड्रेटेड रहने से आपके ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रहने में मदद मिलती और चक्कर आने की संभावना भी कम होती है.
3.शराब का सेवन
शराब आपकी रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाती है और उन्हें संकीर्ण करता है. इससे ब्लड फ्लो भी प्रभावित होता और आपके शरीर को ब्लड प्रेशर को नॉर्मल रखने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ती है. नतीजतन आपको खड़े होने पर थोड़ा चक्कर आ सकता है. आप कॉफी पीकर इस परेशानी को दूर कर सकते हैं. वहीं, अगर आपको बार-बार ऐसा होता है तो फिर आप कोशिश करें कि खाली पेट शराब न पिएं, क्योंकि इससे आपके शरीर पर और ज्यादा बुरा असर पड़ सकता है. अगर आप शरीब की मात्रा को कम कर देते हैं या उसे बिलकुल ही छोड़ दें तो फिर आप इस स्थिति से बच सकते हैं.
- वर्कआउट
जैसे ही आप कसरत करना शुरू करते हैं, आपकी मांसपेशियां आपके हृदय में रक्त का प्रवाह तेज कर देती हैं. जब आप थोड़ा रुकते हैं तो आपका ब्लड वापस आपके स्थान पर पहुंचने की कोशिश करने लगता है. इसकी वजह से आपके फेफड़ों पर दबाव आ जाता है और खड़े होने या कसरत के बाद आपको थोड़ा चक्कर आ सकता है. ज्यादा मेहनत वाली कसरत से आपको चक्कर, जी मिचलाना या आंखों के सामने धुंधलापन जैसी समस्याएं हो सकती हैं. इस स्थिति में आप कुछ देर के लिए कहीं पर बैठ जाएं और अपनी दिल की धड़कल को सामान्य होने दें. कसरत से पहले खूब सारा पानी पिएं और बीच-बीच में भी थोड़ा पानी पीते रहें.
- दवाएं
खड़े होने पर चक्कर की वजह कुछ दवाएं भी हो सकती हैं क्योंकि वे आपके ब्लड प्रेशर को बदल देती हैं. इनमें यूरीन बढ़ाने वाली डाइयूरेटिक, दिल के रोगों के लिए इस्तेमाल होने वाली बीटा ब्लॉकर्स और ब्लड वेसल्स, ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने के लिए इस्तेमाल होने वाली ACE इनहिबिटर शामिल है. अगर आपको लगता है कि खड़े होने पर आपके चक्कर आने के पीछे आपके द्वारा ली जा रही दवा है तो तुरंत अपने डॉक्टर से बात करें लेकिन इसे तब तक लेते रहें जब तक कि आपका डॉक्टर इसे बंद करने के लिए ना कहे. किसी बीमारी की स्थिति में दवाओं को सेवन अचानक बंद करने से शरीर को नुकसान पहुंच सकता है.
6.पोस्टुरल ऑर्थोस्टैटिक टैचीकार्डिया सिंड्रोम (POTS)
पॉट्स, ऑर्थोस्टेटिक इंटॉलरेंस का एक अधिक गंभीर प्रकार है. ऑर्थोस्टेटिक इंटॉलरेंस एक ऐसी स्थिति है जहां आपको हमेशा खड़े होने पर बेहोशी या चक्कर महसूस होते ही हैं. अगर आपको POTS की समस्या है तो आपका शरीर आपके ब्लड प्रेशर को खुद से नियंत्रित नहीं कर सकता है इसलिए शरीर के पोस्चर में बदलाव लंबे समय तक चक्कर आने का कारण हो सकता है.
7.हेल्थ कंडीशन
ब्ल्ड प्रेशर से संबंधित कुछ कंडीशन जैसे गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल (जीआई) बीमारी, कान के अंदरूनी भाग की बीमारी और हार्मोनल परिवर्तन की वजह से खड़े होने पर आपको चक्कर या बेहोशी हो सकती है.
इसके अलावा दिल, थायराइड, डायबिटीज, डिमेंशिया, पार्किंसंस रोग जैसी बीमारियों में भी आपको खड़े होने पर चक्कर आ सकते हैं क्योंकि इन बीमारियों में ब्लड प्रेशर गिरता है. इस स्थिति में आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.
इस स्थिति में जाएं डॉक्टर के पास
अमेरिका के मिशिगन के ईयर इंस्टीट्यूट की डॉक्टर एमी सरो कहती हैं, ”अगर आप लंबे समय से खड़े होने पर चक्कर आने से परेशान हैं और इसका असर आपके स्वास्थ्य या डेली लाइफ पर पड़ रहा है तो आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए. वहीं, किसी बीमारी या दवाओं के बाद चक्कर आने के बारे में भी आपको अपने डॉक्टर को बताना चाहिए. अगर आपको कोई हेल्थ कंडीशन नहीं है लेकिन खड़े होने के बाद बेहोशी, सिरदर्द या आपको हमेशा किसी दीवार या चीज का सहारा लेने की जरूरत पड़ती है तो आपको इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए और तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए.”
इसके अलावा आपको इस कंडीशन में हमेशा खूब सारा पानी और संतुलित आहार का सेवन करना चाहिए जिसमें भरपूर मात्रा में फल, सब्जियां और साबुत अनाज शामिल हों. साथ ही आप दिन में कम से कम 15 मिनट की वॉक, रनिंग या कोई भी कसरत कर सकते हैं. इससे आपका ब्लड फ्लो बेहतर होगा और बार-बार चक्कर आने की समस्या से भी राहत मिलेगी.
Read More = https://happenrecently.com/priyansh-tiwari/